राजस्थान की राज्यपाल माग्रेट अल्वा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं एवं बधाईयां दी हैं। अल्वा ने अपने संदेश में कहा कि होली का पवित्र त्योहार रंगों के साथ ही मित्रता और आनन्द का भी परिचायक हैं। राजस्थान सद्भाव के रंगों के लिए मशहूर है तथा पर्वो और नृत्य के मौकों पर लोगों केरंग-बिरंगे परिधान यहां की विविधता में एकता को दर्शाते हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि उमंग एवं आत्मीयता सेजुडा होली का त्योहार एक दूसरे के साथ मिलकर खुशियां बांटने का अवसर देता है। उन्होंने कहा कि रंगों के इस आनन्दोत्सव पर पानी का अपव्यय रोकने तथा गुलाल से होली खेलने की परम्परा को अपनाने की जरूरत हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे होली पर शांति-सद्भाव और गंगा-जमना संस्कृति की परम्परा को बनाये रखें।
विधानसभा अध्यक्ष ने भी दी शुभकामनाएं
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि रागरंग का यह पर्व वसन्त का संदेशवाहक है जब प्रकृति में पूर्ण उल्लास रहता हैं। यह पर्व आपसी वैर भाव को भुलाकर मेल-मिलाप बनाये रखने का अवसर देता हैं। इसके अलावा विधानसभा उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा एवंसरकारी मुख्य सचेतक रघाु शर्मा ने भी होली के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि उमंग एवं आत्मीयता सेजुडा होली का त्योहार एक दूसरे के साथ मिलकर खुशियां बांटने का अवसर देता है। उन्होंने कहा कि रंगों के इस आनन्दोत्सव पर पानी का अपव्यय रोकने तथा गुलाल से होली खेलने की परम्परा को अपनाने की जरूरत हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे होली पर शांति-सद्भाव और गंगा-जमना संस्कृति की परम्परा को बनाये रखें।
विधानसभा अध्यक्ष ने भी दी शुभकामनाएं
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि रागरंग का यह पर्व वसन्त का संदेशवाहक है जब प्रकृति में पूर्ण उल्लास रहता हैं। यह पर्व आपसी वैर भाव को भुलाकर मेल-मिलाप बनाये रखने का अवसर देता हैं। इसके अलावा विधानसभा उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा एवंसरकारी मुख्य सचेतक रघाु शर्मा ने भी होली के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी।